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अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर सम्मेलन का आयोजन – International Women’s Day Programme

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जयपुर राजा पार्क सबजोन, 5 मार्च: अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के महिला प्रभाग द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर जयपुर राजापार्क  सब जोन में यह कार्यक्रम सबमें जागृति लाने के लिए आयोजित किया गया। हर स्त्री  का अपना एक सम्मान है अपनी एक शक्ति है लेकिन जब तक वह अपनी शक्तियों को नहीं पहचानती  तब तक उनके अंदर दिव्यता जागृत नहीं हो सकती, इसी उद्देश्य को लेकर कार्यक्रम का आयोजन विभिन्न स्थानों पर किया गया |
(1) . भारतीय विद्या भवन महाराणा प्रताप ऑडिटोरियम  जयपुर में किया गया जिसका  विषय था- खुशहाल महिला, खुशहाल परिवार।
(2).  जयपुर नेशनल यूनिवर्सिटी :- राजापार्क सबजोन द्वारा जयपुर नेशनल यूनिवर्सिटी में  प्रोफेशनल एथिक्स विषय  पर रखा गया। कार्यक्रम में मौजूद
1.प्रोफेसर के.के. मिश्रा (निदेशक – कॉर्पोरेट संबंध और कार्यवाहक निदेशक – सिलास)
2.प्रोफेसर डॉ पूर्णिमा नाग (सीनियर एडीडीएल), निदेशक – इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी
3.प्रोफेसर जे एन माथुर संयुक्त, निदेशक – इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी
4.डॉ सुनील गुप्ता , एचओडी – कंप्यूटर और सिस्टम साइंस
जेएनयू के सभी संकाय सदस्य
जेएनयू का नॉन टीचिंग स्टाफ।
आदरणीया शारदा दीदी (महिला प्रभाग की राष्ट्रीय समन्वयक) ने Professional Ethics विषय पर लाभान्वित कराते हुए कहा की जब तक मेरी प्रैक्टिकल लाइफ मे, क्या बोलना है कब बोलना है किसको बोलना है कैसे बोलना है यदि मैंने यह भी नहीं समझा तो मै पढी लिखी हूं उसका कोई तात्पर्य नहीं । कोई हमें अपशब्द बोल देता है इनस्लट कर देता है हम रिएक्ट होते है इतना पढ़ा लिखा समझदार होता हुआ भी इस तरह से बिहेव करता है। एथिक्स क्या है, एथिक क्या कहता है अगर आज कहू हर एक की प्रेक्टिकली लाइफ में इंडिविजुअल लाइफ  में एथिक्स नाम मात्र है क्योंकि हमारी लाइफ की जर्नी मे इंटरनल वर्ल्ड और आउटर वर्ल्ड दोनो है यदि मेरा इंटरनल वर्ल्ड स्ट्रांग एंड पॉवरफुल है तो इनर क्वालिटीज़, इनर ब्यूटी है। वह हमारे व्यवहार में , मेरी सोच मे, मेरी चाल चलन मे दिखाई देगी एथिक्स मुझे बताते परस्पर एक दुसरे को रिस्पेक्ट दे और रिस्पेक्ट ले।
(3). राजस्थान दूरदर्शन न्यूज :- आदरणीया शारदा दीदी (महिला प्रभाग की राष्ट्रीय समन्वयक) के द्वारा दूरदर्शन न्यूज़ में आध्यात्मिकता के द्वारा व्यक्तित्व विकास विषय पर अपने विचार व्यक्त किये और कहा की जो व्यक्ति के अंदर चलता है वही उसके चेहरे से चलन से और व्यवहार से दिखाई देता है लेकिन आज देखा जाता है की हर कोई बाह्य जगत में ही फंसा हुआ है। बाहर की चकाचौंध और भौतिकता के अंदर वह अपना स्वरूप बाह्य वस्त्र, मेकअप के द्वारा, आधुनिकता के द्वारा ही अपना व्यक्तित्व का निर्माण करने का प्रयास करते हैं और सोचते हैं मेरा व्यक्तित्व बहुत अच्छा है। परंतु आध्यात्मिकता द्वारा हम अपने जीवन को कार्य व्यवहार करते हुए बैलेंस रखना सीखते हैं और इसी बैलेंस से हमे सबकी ब्लेसिंग ले सकते हैं और इसका असर हमारे व्यक्तित्व पर पड़ता है हमारा व्यवहार सबके साथ मधुर बनता है
बीके शारदा दीदी जी अम्बावाड़ी, अहमदाबाद सबजोन इंचार्ज एवं महिला प्रभाग  के राष्ट्रीय समन्वयक ने कहा की
अपेक्षा से किया हुआ कोई भी कार्य सफल नहीं होता है, स्वार्थ के वशीभूत होकर के कोई भी कार्य मे सफलता नहीं मिलती हैं इसलिए अपेक्षा नहीं होनी चाहिए। मां- बाप का बच्चों के प्रति का प्यार उसमे स्वार्थ भावना नहीं होनी चाहिए। इसलिए आज जॉइंट फैमिलीज नहीं रही फैमिलीज ब्रेकडाउन हो गई और वो खुशी जीवन से चली गई। तो आपस में मिलकर रहे, युनाइट होकर रहे चाहते हम यह है लेकिन उसके विपरीत होता क्या है हमारे अंदर कौन सी ऐसी नेगेटिविटी जागृत हो जाते हैं जो इन सब बातों को खत्म कर देती हैं क्या कारण बन जाते हैं क्योंकि ऑलवेज हमारी इच्छा लेने की होती है। तो हमारे अंदर देने का संस्कार होना चाहिए लेने का नहीं।
 बीके पूनम दीदी जयपुर सबजोन इंचार्ज ने कहा की  समस्याओं में माताएं – बहने परिवार का संबल बनती हो तो   आज छोटा सा उदाहरण देती हूं- एक किसान था बहुत गरीब उसने कठिन मेहनत से धन कमाया अपना छोटा सा घर बनाया और तूफान बारिश में ढह गया वह खुश था मिठाई लेकर गांव में बांटने निकला सबने कहा यह पागल हो गया है इसका मकान ढह गया और यह मिठाई बांट रहा है तो उसने कहा कि मेरा परिवार जब यहां आ जाता और हम बस जाते और फिर यह मकान ढहता  तो मैं क्या करता  अभी तो यह जड़ है मिट्टी है, यही तो गया है परिवार मेरे साथ है तो परिवार का मूल्य अनमोल है 5 उंगलियां है एक भी कट जाए दर्द होता है तो हमारा परिवार विविधताओं को लेकर अवश्य है लेकिन है तो एक मुट्ठी जो संगठन बन जाता है और कठिन समय में हमारी शक्ति बनता है तो अलग होने का कभी ख्याल मत करो सब को आप जोड़ कर रखते हो यह आप में गुण है क्योंकि आप में सहनशीलता, मधुरता, विनम्रता, पवित्रता ये प्रभु की देन आपके पास है इसको बनाए रखना।
श्रीमान रफीक खान जी (विधायक आदर्श नगर) संत  कबीर दास जी ने कहा है की दानी कितना भी दरिद्र हो जाए, कितना भी उसकी हैसियत खत्म हो जाए लेकिन उसकी प्रवृत्ति दान करने की है तो वो दान करने की उसकी प्रवृत्ति नहीं जाती है तो उसे कुछ ना कुछ देना ही है, नदी सुख भी जाती है। चूंकि कुछ ना कुछ देने की प्रवृत्ति है तो अपना पेट चीर कर भी पानी देती है और लोग नदी के बीच में कुआं खोदकर पानी लेते हैं ऐसे ही आपका जो ब्रह्माकुमारी आश्रम है यहां लेने की नहीं  देने की भावना है और जो उपदेश आप देते हैं जरूर आज इसे सभी अपने साथ लेकर जाएंगे।
श्रीमती सौम्या गुर्जर जी (महापौर, जयपुर ग्रेटर नगर निगम) अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस सिर्फ 1 दिन के लिए नहीं होना चाहिए 365 दिन महिला दिवस होना चाहिए हर लम्हा हम महिलाओं को जीना चाहिए और जिस सम्मान की महिलाएं हकदार है वह सम्मान महिलाओं को मिलना चाहिए |
 श्रीमती संगीता बेनीवाल जी (अध्यक्ष राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग) मैंने सोचा कि प्रत्येक जिले में बाल कल्याण समिति हैं जो बच्चों के अधिकारों के लिए कार्य कर रही है  क्यों न उनकी ट्रेनिंग  करवाई जाए तब हमने सोचा कि आबू ब्रह्माकुमारी में करवाई वहा ट्रेनिंग भी हुई और मेडिटेशन भी हमने किया तो हमने वहां पर 3 दिन का कार्यक्रम रखकर प्रदेशभर के काफी संख्या में मेरे साथी वहां पहुंचे और बहुत अच्छा सुकून मिला आखिरी दिन जब समापन समारोह में थी तो मैने वहा जो दीदी थी उनसे पूछा कि इतना ठहराव और इतनी नम्रता कैसे ले आते है जो दीदी मेडिटेशन करवाती या जो बैकस्टेज है उनके चेहरे पर भी एक तेज, एक मुस्कान होती थी |
श्रीमती मंजू  मीणा जी (उपनिदेशक दूरदर्शन केंद्र, जयपुर, राजस्थान) ने कहा की ब्रह्माकुमारी जो है वह अपने आप में काफी बड़ी मिसाल है जिस तरीके से  हममें आत्मविश्वास पैदा करते हैं आत्मबल ,आत्म अनुभूति पैदा की जाती है क्योंकि जब हम लोग अपने आत्मबल को महसूस करेंगे आत्मविश्वास हममें होगा तो हम लोग मानसिक रूप से सशक्त होंगे।
श्रीमती प्रिया सिंह जी ( राजस्थान की पहली महिला बॉडी बिल्डर) ने कहा कि यहां एक सुकून है, शांति है मुझे यहा आकर दिल से अच्छा लगता है | किसी ने कहा था कि एक सरकारी आदमी पांच साल में इतना नहीं कमा पाता जितना एक साल में बॉडी बिल्डर कमा लेता है तो मैंने काउंट किया की पांच साल मुझे अपने आप पर काम करना है।
श्रीमती राजकुमारी जी ( सदस्य आर.पी.एस.सी.,अजमेर ) ने कहा की अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च को ही क्यों मनाते हैं | 8 मार्च 1908 में अमेरिका में महिलाओं ने एक आंदोलन किया था जिसमें करीब हमारी 15000 महिलाओं ने इसमें भाग लेने में, उनकी जो मांग थी वह यह थी की जो हम काम करते है उसकी काम करने की समय अवधि कम की जाए और हमारा वेतन बढ़ाया जाए तो यह आंदोलन चला करीब 1 साल तक चला और 1909 में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की नींव रखी गई तो हर साल अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है।
महिला दिवस के उपलक्ष में नारी शक्ति का प्रदर्शन नृत्य नाटिका के द्वारा बच्चों ने देकर  सभी का मन मोह लिया साथ ही बालिकाओं ने स्वागत नृत्य की प्रस्तुति दी एवं संगीत की रंगारंग प्रस्तुति गायक रोहित कटारिया एवं आकांक्षा कटारिया ने दी। कार्यक्रम का संचालन सोडाला सेवाकेंद्र इंचार्ज ब्रह्माकुमारी स्नेहा दीदी ने किया।

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Jaipur Rajapark : राजस्थान की धरोहरों पर गूंजा राजयोग – ब्रह्माकुमारीज़ का विशेष आयोजन

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अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर विशेष आयोजन – ब्रह्माकुमारीज़, राजापार्क, जयपुर

दिनांक 21 जून को 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में आयुष मंत्रालय भारत सरकार ने ब्रह्माकुमारीज के साथ मिलकर योग दिवस का कार्यक्रम राजस्थान की बहुमूल्य धरोहर अल्बर्ट हॉल, सिटी पैलेस, जंतर मंतर के प्रांगण में किया गया।
योग दिवस के उपलक्ष्य पर राजस्थान की डिप्टी सीएम श्रीमती दियाकुमारी जी, भूतपूर्व राजस्थान विधान सभा के सदस्य श्रीमान अशोक परनामी जी, पंजाबी महासभा के अध्यक्ष ,आदर्श नगर प्रत्याशी श्री रवि नैयर जी आदि महानुभावों के साथ मिलकर मनाया।

1. जयपुर राजस्थान की ऐतिहासिक धरोहर जंतर मंतर पर नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेद की ओर से योग दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें ब्रह्माकुमारीज से आदरणीय राजयोगिनी पूनम दीदी जी को आमंत्रित किया दीदी ने राजयोग के महत्व को बताते हुए कहा कि जिस प्रकार शरीर को स्वस्थ रखने के लिए योग, प्राणायाम, एक्सरसाइज आवश्यक हैं इस प्रकार मानसिक स्वास्थ्य के लिए मन की एक्सरसाइज अर्थात ध्यान आवश्यक है क्योंकि मानसिक स्वास्थ्य का हमारे शारीरिक स्वास्थ्य पर गहरा असर पड़ता है एवं सभी को राजयोग की अनुभूति भी कराई।

2. अल्बर्ट हॉल, जयपुर:
भारत सरकार के आयुष मंत्रालय के सहयोग से अल्बर्ट हॉल पर हुए मुख्य कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारीज़ सबज़ोन, राजापार्क, जयपुर की बहनों ने सहभागिता की। कार्यक्रम की शुरुआत शांति गीत और दीप प्रज्वलन से हुई। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का संदेश प्रसारित किया गया। ब्रह्माकुमारीज से योगाचार्य अजय भाई ने सभी को योगाभ्यास कराया एवं राजयोगिनी स्नेह दीदी ने सभी को राजयोग का महत्व बताते हुए राजयोग की अनुभूति कराई।

3. सिटी पैलेस, जयपुर:
ब्रह्माकुमारीज़ सबज़ोन, राजापार्क, जयपुर की ओर से बी.के. सरिता  बहन को सिटी पैलेस, जयपुर में आयोजित विशेष योग कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया। वहाँ उन्होंने उपस्थितजनों को राजयोग के माध्यम से गहन शांति का अनुभव कराया।

4. इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड
यहाँ भी विशेष आयोजन में ब्रह्माकुमारी बहनों को आमंत्रित किया गया। बी.के. किरण बहन ने सभी कर्मचारियों को राजयोग के महत्व को बताते हुए उसकी विधि सिखाई और आत्मिक बल से कार्यक्षमता बढ़ाने की प्रेरणा दी।

5. नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे
योग दिवस के उपलक्ष्य में कार्यक्रम रखा गया, जिसमें बी.के. गुलाब बहन ने राजयोग, ज्ञान योग और व्यावहारिक जीवन में योग के लाभों को सहज व सरल भाषा में समझाया। सभी प्रतिभागियों को बी.के सलोनी बहन ने राजयोग का अभ्यास कराकर आत्मिक जागृति का अनुभव कराया।

6. अंबुजा फाउंडेशन
बीके श्रुति बहन ने सभी को राजयोग का महत्व बताते हुए सभी में आत्मबल को बढ़ाने एवं जीवन में सफलता के सूत्र बताए एवं मेडिटेशन करवाया।

7. जयपुर नगर निगम  ग्रेटर की महापौर श्रीमती सौम्या गुर्जर जी द्वारा 30 घंटे अखंड योगा द्वारा विश्व कीर्तिमान स्थापित किया गया जिसमें , ब्रह्माकुमारीज़ राजापार्क के सदस्यों ने योगाभ्यास द्वारा अपनी भागीदारी दी।
साथ ही प्रकृति में प्राणवायु के सन्चार हेतु 11 घंटे का अखंड हवन किया गया। जिसकी प्रथम आहुति राजापार्क की बहनों के द्वारा दी गई।

 
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Jaipur Rajapark : डायमंड जुबली एवं 21 महातपस्वी वरिष्ठ बहनों का महा संगम

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साकार ब्रह्मा बाबा द्वारा स्थापित जयपुर राजापार्क सब जोन को राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों में सेवाओं के विस्तार के उद्देश्य को लेकर  आज से 60 वर्ष पूर्व हुई शुरुआत । राजस्थान  में  राजा पार्क सब ज़ोन को ईश्वरीय सेवा के 60 वर्ष पूर्ण होने  के उपलक्ष्य  पर, गुरुवार, 17 अक्टूबर को डायमंड जुबली कार्यक्रम जयपुर के एंटरटेनमेंट पैराडाइस में आयोजित किया गया।

ब्रह्माकुमारीज़ संस्था  विश्व में
नैतिक मूल्यों तथा परमात्म संदेश को सर्व जन तक पहुंचाने के लिए पूर्ण समर्पित, अथक तपश्वी  ब्रह्माकुमारी बहनो और भाइयो द्वारा  दशकों से जन-जन के जीवन को दिशा  देने के लिए निरंतर  प्रयासरत हैं,ब्रह्माकुमारी की एक शाखा राजापार्क सबजोन राजस्थान  में  पिछले 60 वर्षों के अंतराल में राजस्थान के कोने – कोने में जैसे  जयपुर,अलवर, जोधपुर, उदयपुर, डूंगरपुर, सीकर, पाली, बाड़मेर, झुंझुनू ,जैसलमेर, राजसमंद, बांसवाड़ा  ऐसे राजस्थान के अनेक जिलों में विहंग मार्ग की सर्विस की जा रही है, जिसमे इन सेवाओं की नींव रखने वाली भूतपूर्व संचालिका आदरणीय निर्मला दीदी जी रही |   ब्रह्माकुमारीज संस्था  समाज के लिए संस्कार परिवर्तन का  विश्व के लिए  एक अनूठा मूवमेंट बनता जा रहा है। इसी उद्देश्य को लेकर वर्तमान जयपुर संचालिका  आदरणीय पूनम दीदी ने  जयपुर में एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया जिसमे जयपुर राजापार्क सबजोन के सेवाकेंद्रों की मुख्य 21 वरिष्ठ राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी दीदियो का सम्मान समारोह भी रखा गया।

साथ ही कार्यक्रम की मुख्य अतिथि, अंतरराष्ट्रीय आध्यात्मिक वक्ता, ओजमयी वरिष्ठ राजयोगिनी  बीके उषा दीदी, इस गौरवपूर्ण अलौकिक पल की साक्षी रहीं, जो माउंटआबू से खास इस कार्यक्रम के लिए आई थी। इस पुनीत अवसर पर बी के ऊषा दीदी ने अपने उद्बोधन में कहा की आज से 60 साल पूर्व जब कोई साधन नहीं थे, जब इतने भाई बहने नहीं थे, जब ऐसी सुविधा नहीं थी ऐसे समय पर जयपुर के अंदर प्यारे  बापदादा ने श्रद्धेय निर्मला दीदी को भेजकर यहां सेवा प्रारंभ की साथ ही आदरणीय पूनम बहन बहुत छोटी सी आयु में बाबा के सामने आए और बाबा ने ही अपने वरदानों से सींचा आपका जीवन, मम्मा ने भी अपने वरदानी बोल से आपके अंदर वह शक्ति को जागृत किया जिससे आज इतने बड़े सबजोन की जिम्मेवारी को बखूबी  निभा रही है और दिखने में भले छोटे लेकिन फिर भी काम बड़े करना आपने आरंभ किया और निर्मला दीदी के बाद तो आपने यहां की कमान संभाली |

कार्यक्रम में सम्मानित मुख्य 21 बहनों में  बीके निर्मला दीदी (कमल अपार्टमेंट जयपुर सेवाकेंद्र इंचार्ज), बीके शील दीदी (जोधपुर सेवाकेंद्र इंचार्ज), बीके फूल दीदी  (जोधपुर सेवाकेंद्र इंचार्ज), बीके सुशीला दीदी (अलवर सेवाकेंद्र इंचार्ज),बीके ममता दीदी,अलवर आदि |

कार्यक्रम की शुरुआत अंतर्राष्ट्रीय संगीत गुरु रोहित कटारिया जी ने  सुंदर गीतों की  प्रस्तुति दी  तथा बाद में राजापार्क सब ज़ोन की अब तक की सेवाओं को, एक संक्षिप्त वीडियो द्वारा प्रदर्शित किया गया एवं आदिकालीन सेवाओं का एक लघु नाटिका दिखाई गयी |

मंच का कुशलतापूर्वक संचालन बीके स्नेह दीदी ( सोडाला सेवाकेंद्र इंचार्ज) एवं बीके श्रुति बहन ने किया | लगभग 300 ब्रह्माकुमारी बहने एवं हज़ारो की संख्या मे ब्राह्मण परिवार एकत्रित रहा
अंत में सभी को सौगात भेट कर ब्रह्मभोजन स्वीकार करवाया गया |
  
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“ब्रह्माकुमारीज राजापार्क जयपुर एवं इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड की एक सी.एस.आर पहल के अंतर्गत आयोजित स्वास्थ्य जागृति हेतु नशा मुक्ति जागरूकता रथ का उद्घाटन किया गया”

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“ब्रह्माकुमारीज राजापार्क जयपुर एवं इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड की एक सी.एस.आर पहल के अंतर्गत आयोजित स्वास्थ्य जागृति हेतु नशा मुक्ति जागरूकता
रथ का उद्घाटन किया गया”
आदरणीय डॉ बनारसी भाई जी ( सचिव, मेडिकल विंग ब्रह्माकुमारीज़ मुख्यालय) के निर्देशन में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया |

इस कार्यक्रम में श्री आलोक कुमार पंडा जी (कार्यकारी निर्देशक एवं राज्य प्रमुख इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड राजस्थान राज्य कार्यालय जयपुर), (जयपुर सब जॉन इंचार्ज) आदरणीय पूनम दीदी जी , भ्राता भारत भूषण जी , (नेशनल कोऑर्डिनेटर इंजीनियरिंग विंग माउंट आबू) एवं इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड का स्टाफ भी मौजूद रहे।

श्री आलोक कुमार पंडा जी ने कहा की इंडियन ऑयल के लिए एक गौरव का दिन है, कि हम एक छोटे प्रयास के लिए ब्रह्माकुमारीज़ के साथ जुड़े हुए हैं | आज ब्रह्माकुमारीज़ संस्था को हमने दो वैन दी हैं |अगर आप देखेंगे जो नशा निवारण के बारे में हम लोग बात करते हैं यह जो ड्रग एब्यूज नशे का इफेक्ट यह शहर ही नहीं बल्कि आजकल गांव में भी फैला है | यह खाली कॉलेज के बच्चों तक सीमित नहीं है ,यह आजकल छोटे-छोटे स्कूल में भी ड्रग्स के एब्यूज मिलते है | जैसे-जैसे ड्रग्स का डिमांड बढ़ता है, वैसे-वैसे सप्लाई भी होता रहता है | सबसे बेसिक चीज है जब तक ड्रग्स का जो बुरा इफेक्ट है, यह अवेयरनेस अगर हम लोगो तक फैलाएंगे नहीं तब तक लोग जागरूक नहीं होंगे | नशा मुक्ति की जागरूकता के लिए हमें एक माध्यम चाहिए था तो ब्रह्माकुमारीज़ ने जो प्रस्ताव दिया, तो मैंने सोचा की इससे अच्छा और कोई माध्यम नहीं हो सकता नशा मुक्त होने की जागृति पैदा करने के लिए।

आदरणीय पूनम दीदी जी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा मेडिटेशन से ही व्यसन मुक्त भारत बन सकता है | सभा को राजयोग के अभ्यास द्वारा शांति की अनुभूति कराई और कहा की, बहुत लोग कहते हैं कि हम व्यसन मुक्त होना चाहते हैं हमसे व्यसन छूट जाए पर छूटता ही नहीं है | उनमें मनोबल नहीं है, इच्छाशक्ति की कमी के कारण दो-तीन दिन तो छोड़ लेते हैं पुनः इस और आकर्षित हो जाते हैं लेकिन जब रोज़ मेडिटेशन करते है तब उनकी इनर पावर डेवलप होती है,आत्म शक्ति बढ़ती है, दृढ़ता आती है तो व्यसन छोड़ना सहज हो जाता है। अंत में सभी को इस श्रेष्ठ सहयोग के लिए शुभकामनाये दी |

आदरणीय भारत भूषण भाई जी ने नशा मुक्ति अभियान के अंतर्गत पूरे भारतवर्ष में की जा रही सेवाओं से सभी को अवगत कराया और कहा की इस पुनीत कार्य की जो की पूरे राजस्थान में हो रही है, जिसकी मैं बधाई देता हूं | यह नशा मुक्ति का काम इसलिए जरूरी है कि – आप सब देखते हैं कितना नशा खास कर युवा पीढ़ी कॉलेजो में कैसे फंसती जा रही हैं इसमें चाहे पढ़े – लिखें हो या कम पढ़े – लिखे हो, गांव में देखो, चाहे शहरो में नशे की बुरी आदत बढ़ती ही जा रही है | नशे की बुरी आदत से शारीरिक बीमारियां एवं अपराध दिन प्रतिदिन बढ़ते ही जा रहे है।

साथ ही दीप प्रज्वलन कर सोडाला सेवा केंद्र प्रभारी बी.के. स्नेह दीदी ने सभी को प्रतिज्ञा करवाई | कुमारी भाग्या ने स्वागत नृत्य की प्रस्तुति दी एवं संगीत की प्रस्तुति सिंगर रोहित कटारिया ने दी | माननीय अतिथिगण द्वारा हरी झंडी दिखाकर रैली का शुभारंभ किया गया।

कार्यक्रम के अंत में इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड से पधारे अतिथियों को ब्रह्मा भोजन स्वीकार करवाया गया एवं ईश्वरीय सौगात भेट की गई |

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Brahma Kumaris Rajapark